मुनव्वर अली और अब्बास अली: केरल में रेलवे सिग्नलिंग केबल चोरी के आरोप में गिरफ्तार

All News Accidents & Incidents

Posted by admin on 2024-06-24 11:39:15 |

Share: Facebook | Twitter | WhatsApp | LinkedIn Visits: 640


Join our WhatsApp Group for Rail Journal for fastest updates

मुनव्वर अली और अब्बास अली: केरल में रेलवे सिग्नलिंग केबल चोरी के आरोप में गिरफ्तार

कोच्ची: कोझिकोड में एक बड़ी सुरक्षा चूक के मामले में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने मुनव्वर अली (37) और अब्बास अली (47) नामक दो व्यक्तियों को रेलवे सिग्नल केबल चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। असम के रहने वाले इन संदिग्धों को रेलवे सिग्नलिंग सिस्टम में गंभीर बाधा उत्पन्न करने के जुर्म में पकड़ा गया है।

घटना की जानकारी

RPF ने मुनव्वर अली को पूवदान गेट पर रेलवे सिग्नल केबल काटते हुए रंगे हाथ पकड़ा, जबकि अब्बास अली को उनके किराए के घर से गिरफ्तार किया गया। दोनों ने वडकारा के परवनथला इलाके में एक पुराना घर किराए पर ले रखा था, जहां वे कबाड़ का कारोबार करते थे। उनके पास से 12 मीटर लंबी सिग्नल केबल और उसे काटने के लिए इस्तेमाल की गई हैकसॉ ब्लेड बरामद की गई।

संभावित हादसा और त्वरित कार्रवाई

शुक्रवार की सुबह वडकारा और माहे के बीच सिग्नलिंग सिस्टम में आई गड़बड़ी के कारण करीब दस ट्रेनों की सेवाएं प्रभावित हुईं। इस गड़बड़ी से ट्रेनें आपस में टकरा सकती थीं, लेकिन RPF की त्वरित कार्रवाई से एक बड़ा हादसा टल गया। अधिकारियों ने मौके पर जांच के बाद संदिग्धों को तुरंत हिरासत में ले लिया और उनके कब्जे से केबल के टुकड़े जब्त कर लिए।

आरोपियों का बयान और संभावित साजिश

गिरफ्तारी के बाद, मुनव्वर अली और अब्बास अली ने पुलिस को बताया कि उन्हें सिग्

Join our WhatsApp Group for Rail Journal for fastest updates

नलिंग केबल के महत्व का पता नहीं था और उन्होंने इसे सिर्फ कबाड़ में बेचने के लिए चुराया था। हालांकि, अधिकारियों को संदेह है कि यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है। इससे पहले भी कई हादसों में जानबूझकर सिग्नलिंग और रेलवे ट्रैक के साथ छेड़छाड़ की गई है।

पूर्व घटनाओं की याद

यह मामला बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के पास हुए हादसे की याद दिलाता है, जिसमें एक मालगाड़ी, कंचनजंगा एक्सप्रेस से टकरा गई थी, और इसका कारण सिग्नल की गड़बड़ी था। इसी तरह, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों द्वारा ट्रैक से फिश प्लेट हटाने के कारण ट्रेन पटरी से उतर गई थी। 2010 में बंगाल में ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के साथ भी ऐसी ही घटना हुई थी, जिसमें 150 लोगों की मौत हो गई थी।

सतर्कता की आवश्यकता

इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि कुछ हादसों को सामान्य दुर्घटना समझा जाता है, जबकि वे किसी गहरी साजिश का हिस्सा हो सकते हैं। इसलिए, सरकार और समाज को हमेशा सतर्क रहना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

निष्कर्ष

RPF की तत्परता और सक्रियता से केरल में एक संभावित बड़ा हादसा टल गया है। अधिकारियों ने मुनव्वर अली और अब्बास अली के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके और रेलवे प्रणाली सुरक्षित रह सके।

Join our WhatsApp Group for Rail Journal for fastest updates

Search